जयंती पर क्रांतिकारी बाबा शाहमल को किया नमन
बागपत। विपुल जैन
बागपत जिले में 1857 की क्रांति के महान स्वतंत्रता सेनानी बाबा शाहमल की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। सभी ने उनके चित्र पर फूल-मााला पहनाकर उन्हें नमन किया और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को गिनाकर सभी से उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही।
इस मौके पर जिला जाट सभा बागपत के जिला महासचिव एडवोकेट गजेंद्र सिंह कुंडू ने बताया कि बाबा शाहमल जनपद बागपत के बिजरौल गांव के निवासी थे। वह एक साधारण किसान थे, लेकिन देशभक्ति की भावना उनमे कूट-कूटकर भरी थी। अंग्रेजो द्वारा किसानों और आम जनता पर किये जा रहे क्रूर अत्याचारों ने उनको झकझोर कर रख दिया। उन्होंने देश को अंग्रेजो से मुक्त कराने के लिए किसानों और स्थानीय लोगों को संगठित करना शुरू किया। उनके कुशल नेतृत्व में हजारो किसान और स्थानीय लोग इकट्ठा हो गये और धीरे-धीरे इन्होंने क्षेत्र से अंग्रेजी साम्राज्य की जड़ों को उखाड़ना शुरू कर दिया। अखण्ड़ मेरठ जनपद के सैकड़ो गांवों ने बाबा शाहमल और उनके साथी क्रांतिकारियो का साथ दिया। बाबा शाहमल के नेतृत्व में अंग्रेजों के संचार साधनो को नष्ट कर दिया गया और दिल्ली स्थित अंग्रेजी सेना को पहुॅचायी जाने वाली खाद्यय आपूर्ति और अन्य समानों की आपूर्ति को पूर्ण रूप से बंद कर दिया। बाबा शाहमल ने अंग्रेजी साम्राज्य को हिलाकर रख दिया। अनेकों बार अंग्रेजी सेना के विरूद्ध मोर्चा खोला। अंग्रेजी को यह आभास हो चुका था कि अगर दिल्ली पर हुकुमत करनी है तो बाबा शाहमल को समाप्त करना ही होगा। आखिरकार अनेकों प्रयासों के बाद बाबा शाहमल को मेरठ से आयी अंग्रेजी फौजों ने बड़का के जंगलो में घेर लिया और इस जंग में बाबा शाहमल शहीद हो गये।