पहले ही प्रोजेक्ट की सफलता से मिली प्रेरणा, स्कूलों के साथ मिलकर देंगे मॉडल को बढ़ावा।
बड़ौत/बागपत। जिले के युवा अब तकनीक के अभिनव प्रयोग से सामाजिक बदलाव के प्रयास कर बागपत की देश में एक नई पहचान स्थापित कर रहे है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की स्वायत्तशासी संस्था नेहरू युवा केन्द्र बागपत से सम्बद्ध उड़ान युवा मंडल ट्यौढी ने मिशन लाइफ यानि लाइफस्टाइल फॉर एन्वायरमेंट मुहिम के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने हेतु अनोखी पहल की। उड़ान के युवा स्वयंसेवकों ने इंटरनेट मीडिया पर मिशन लाइफ क्विज, शपथ और स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की जिसमें लोगों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग कर मिशन लाइफ के विषय में जाना और अपनी दिनचर्या में पर्यावरण के अनुकूल बदलाव करने की शपथ भी ग्रहण की जिसको मेरी लाइफ पोर्टल पर भी अपडेट किया है।उड़ान युवा मंडल के अध्यक्ष अमन कुमार ने बताया कि मिशन लाइफ क्विज में 239 लोगों ने प्रतिभाग किया जिसमें 18 लोग पूर्ण स्कोर प्राप्त कर विजेता बने जिनको डिजिटल प्रमाण पत्र जारी किया गया। वहीं लाइफस्टाइल फॉर एन्वायरमेंट शपथ में 109 लोगों ने पर्यावरण के अनुकूल दिनचर्या अपनाने का संकल्प लिया जिनको प्रो प्लैनेट पीपल का खिताब और ई सर्टिफिकेट दिया गया। शपथ ग्रहण करने वाले प्रतिभागियों के फोटो को उड़ान ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा किया। वहीं उड़ान द्वारा आयोजित पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता में भी लोग उत्साह से प्रतिभाग कर रहे है जिसके परिणाम विश्व पर्यावरण दिवस पर घोषित किए जाएंगे।
विशेष बात यह है कि उड़ान द्वारा जागरूकता के लिए इंटरनेट मीडिया का प्रयोग करने की पहल स्वयं में अनूठी है क्योंकि इसमें कोई भी व्यय नही होता और उड़ान के कार्यक्रमों में लोग अपनी सुविधा के अनुसार घर बैठे ही प्रतिभाग कर सकते है जिनके लिए प्रतिभाग करने के 2 मिनट के उपरांत ही उनको प्रमाण पत्र भी जारी किया जाता है। उड़ान युवा मंडल द्वारा हाल ही में जारी 45 दिवसीय रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में युवा मंडल की गतिविधियों में लगभग डेढ़ हजार लोगों ने प्रतिभाग किया है। वहीं अब उड़ान की टीम ने जन जागरूकता के इस मॉडल को नई स्तर पर बढ़ावा देने का निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत स्कूलों के साथ मिलकर विद्यार्थियों की रुचि अनुरूप क्लब गठित किए जाएंगे और एक क्लब कोऑर्डिनेटर नियुक्त कर उनको गूगल फॉर्म, गूगल शीट, चैट जीपीटी जैसे शैक्षिक संसाधनों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।