लाल बहादुर शास्त्री के जीवन से प्रेरणा ले : जय भगवान
बागपत। विपुल जैन
जिले में देश के दूसरे प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री की पुण्य तिथि मनाई गई। इस दौरान सभी ने उनके चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही।
इस मौके पर प्रमुख समाजसेवी जय भगवान गर्ग ने कहा कि 2 अक्टूबर 1904 को जन्में लाल बहादुर शास्त्री ने 9 जून 1964 को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली। साफ-सुथरी छवि होने के साथ-साथ उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी ने सभी देशवासियों को प्रभावित किया। बताया कि 1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में उनके नेतृत्व में पूरा देश एक साथ उठ खड़ा हुआ और पाकिस्तान के काफी बड़े क्षेत्र पर अपना कब्जा कर लिया। अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा पहल करने पर प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री रूस के ताशकन्द पहुॅचे, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अयूब खान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में उनकी रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी। उनके द्वारा देशहित और लोकहित में किये गये कार्यो को देखते हुए उनको मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया। सभी को उनके कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए।