कहें मन की बात,ज़िंदगी होगी आसान: डा गीता रानी

Admin
0

बागपत। स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक,मनोवैज्ञानिक और सामाजिक हित सम्मिलित होता है ।शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य एक समग्र स्वास्थ्य के पूरक होते हैं ।मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन हेतु सकारात्मक सामाजिक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है ।विश्व मानसिक स्वास्थ्य माह के अन्तर्गत -10 सितम्बर से 10 अक्तूबर तक मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ।

राष्ट्रीय सेवा योजना उत्तर प्रदेश लखनऊ,यूनिसेफ़ और पब्लिक हेल्थ फ़ाउंडेशन की संयुक्त पहल द्वारा मुस्कुराएगा इंडिया अभियान के अन्तर्गत मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य परामर्श दाताओं की देखरेख में सात मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र स्थापित किए गए हैं ।जो राज्य में अपनी सेवाएँ देकर मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के समाधान के साथ साथ जन सामान्य को जागरूक करेंगे ।हैं ।मुस्कुराएगा इंडिया अभियान द्वारा प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य सलाहकार एवं नोडल अधिकारी डा गीता रानी ने कहा कि आज वैश्विक महामारी के दौरान मानसिक तनाव बढ़ रहा है ।जिसके कारण आत्महत्या की घटनायें बढ़ रही है। मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए हमें देखना होगा कि व्यक्ति कितनी सफलतापूर्वक सहजता से कार्य करता है ।

मानसिक विकार के कारण- किसी घटना से उपजा तनाव,आनुवांशिक कारण ,जैव रासायनिक असंतुलन, लगातार ,निराशा, दुर्व्यवहार, पीड़ा ,अलगाव,खुद को उपेक्षित महसूस करना,न्यूट्रीशन की कमी आदि हो सकते है ।मानसिक अवसाद से पीड़ित व्यक्ति में चिंता , आक्रामकता , असुरक्षा, नकारात्मकता , क्रोध,चिंता,अकेलापन आदि लक्षण दिखाई देते हैं ।मानसिक स्वास्थ्य सलाहकार होने के कारण मेरा निवेदन है कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे ज़रूरी टॉनिक सकारात्मक सोच ,नियमित व्यायाम, योग ,प्राणायाम ,ध्यान,सुबह की सैर ,संगीत आदि को दिनचर्या में अवश्य शामिल करें ।

परिवार,दोस्तों से मिल जुलकर रहे ।सामान्यतः कोई न कोई तनाव सभी को होता है,परंतु लगातार तनाव बना रहना ख़तरनाक होता है ।आज के शिक्षित समाज में भी मानसिक स्वास्थ्य बाधित होने पर डाक्टर को दिखाना तो दूर इस पर चर्चा भी नहीं करते हैं। वास्तव में मानसिक बीमारी को छिपाने की अवधारणा को परिवर्तित करने की आवश्यकता है ।अपने घर -परिवार और मित्रों को किसी अनहोनी से बचाने के लिए मानसिक स्वास्थ्य चर्चा करें ।स्वस्थ समाज का निर्माण करने के जन -जागरूकता अभियान में हम आपके साथ है ।आप अपने मन की बात निःसंदेह हमें कह सकते हैं ।काउंसलिंग के दौरान निजता और गोपनीयता का पूर्ण ध्यान रखते हुए पीड़ित व्यक्ति की सहायता एवं सुझाव हेतु मुस्कुरायेगा इंडिया के IVRS(Interactive voice response system)-08069693100 पर कॉल कर सेवा का लाभ उठा सकते हैं ।

साथ ही किसी विषम परिस्थिति में आप मेरे मोबाइल नंबर 7017190211 पर भी परामर्श ले सकते है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ।अतः समय रहते सचेत होने की आवश्यकता है ।अत:मानसिक अवसाद या तनाव के विषय में छिपाये नहीं बात करे क्योंकि बात चीत से ही जानकारी होगी और समाधान भी।

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)
To Top